शिमला:06.03.24 - आज दिनाँक 6 मार्च, 2025 को अपराह्न 3:30 बजे बजट सत्र के दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था सम्बन्धित बैठक का आयोजन विधान सभा सचिवालय के मुख्य समिति कक्ष में किया गया जिसकी अध्यक्षता विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां द्वारा की गई। इस अवसर पर उप-मुख्य सचेतक हिमाचल प्रदेश सरकार, केवल सिंह पठानियां भी विशेष रूप से मौजूद थे। इस बैठक में एस0 आर0 ओझा डी0जी0, सी0 आई0 डी0, अभिषेक त्रिवेदी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, पुलिस महानिरिक्षक सतर्कता, संतोष पटियाल, जिलाधीश शिमला, अनुपम कश्यप, विधान सभा सचिव, यशपाल शर्मा, पुलिस अधीक्षक जिला शिमला, संजीव गांधी, विशेष सचिव जी0ए0डी0, हरबंस सिंह ब्रसकॉन, आयुक्त नगर निगम शिमला, भूपेन्द्र कुमार अत्री, प्रबन्ध निदेशक एस0 जे0पी0एन0 एल0, विरेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रबन्ध निदेशक हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम, अनुराग चन्द्र, विधान सभा संयुक्त सचिव, बेग राम कश्यप, संयुक्त निदेशक विधान सभा, हरदयाल भारद्वाज तथा लोक निर्माण विभाग, लोक निर्माण विभाग (विद्युत), होम गार्ड, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सहित अन्य कई विभागों के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी प्रवेश पत्र online की बजाए हस्तलिखित माध्यम से जारी किए जाएँगे चूँकि हमने अभी हाल ही में हिमाचल ई-विधान छोड़कर राष्ट्रीय ई-विधान (नेवा) को अपनाया है जिसका कार्य अभी प्रगति पर है। बैठक में सदस्यों तथा सत्र के कार्य से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों को कम से कम असुविधा हो के दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया कि विधान सभा सचिवालय द्वारा जारी अधिकारी दीर्घा पास, स्थापना पास तथा प्रैस संवाददाताओं को जारी किए पास प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे। ताकि सुरक्षा कर्मियों द्वारा फ्रिस्किंग की कम से कम आवश्यकता रहें।
प्रैस संवाददाताओं की सुविधा एवं सार्वजनिक सुरक्षा को देखते हुए बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रैस संवाददाताओं का प्रवेश यथावत गेट नं0 3,4,5 व 6 से ही रखा जाएगा। विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी अपने पहचान पत्र प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे। इसके अतिरिक्त यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी सरकारी अधिकारी/ कर्मचारी व अन्य पास धारक अपना शासकीय पास किसी अन्य को स्थानान्तरित नहीं करेगा, अन्यथा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। बैठक के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से विधान सभा अध्यक्ष को अवगत करवाते हुए पुलिस अधीक्षक श्री संजीव गांधी ने कहा कि 1000 के करीब जवान विधान सभा सत्र के दौरान सुरक्षा में मौजूद रहेंगे तथा सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि विधान सभा परिसर की मुख्य पार्किंग में केवल मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिवों एवं प्रशासनिक सचिवों के वाहनों को ही पार्किंग करने की अनुमति प्रदान की जाएगी। प्रैस संवाददाताओं के लिए विधान सभा चौक से गेट नं0 2 (30 मीटर दूर) तक गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी जबकि विधान सभा सचिवालय अधिकारियों/ कर्मचारियों को गेट नं0 2 (30 मीटर दूर) से महालेखाकार कार्यालय के बीच माल रोड़ पर चिन्हित स्थानों पर पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी।
आगे यह भी निर्णय लिया गया कि विधान सभा सचिवालय की ओर से जारी पार्किंग स्टिकरज वाहन के आगे प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे, ताकि धारकों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े। मोबाईल फोन, पेज़र आदि विधान सभा के अन्दर ले जाने पर पूर्णत: प्रतिबन्ध रहेगा।
मुख्यमंत्री तथा मंत्री परिषद के माननीय सदस्यों से आगन्तुक तथा जनप्रतिनिधि मण्डल विधान सभा स्थित प्रतीक्षालय में समय मिलने पर ही मिल सकेंगे। पुलिस विभाग तथा सी0 आई0 डी0 के अधिकारी आपसी तालमेल से इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सुरक्षा में कोई भी चूक कतई बर्दाशत नहीं की जाएगी। उन्होने कहा कि विधान सभा की बाहरी तथा आन्तरिक सुरक्षा महत्वपूर्ण है। पुलिस विभाग ड्रॉन कैमरा से भी सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करेगा। इसके अतिरिक्त विधान सभा परिसर में एक एम्बुलैस जो आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी व दो डॉक्टर तथा पैरामैडिकल स्टॉफ भी डयूटी पर तैनात रहेगा। कोई भी अधिकारी, आगन्तुक तथा मीडिया कर्मी सदन के अन्दर फोटोग्राफी तथा विडियोग्राफी नही कर सकेंगे अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सत्र की कार्यवाही देखने आए आगन्तुकों को दर्शक दीर्घा में स्थान की उपलब्धता अनुसार पास जारी किए जाएँगे।
(हरदयाल भारद्वाज)
संयुक्त निदेशक एवं मुख्य प्रवक्ता,
हि0प्र0 विधान सभा।