*ऊना जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में नवंबर माह में होंगी विशेष ग्राम सभाएं
ऊना, 22 अक्तूबर। ऊना जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में नवंबर महीने में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत विकास योजना 2025-26 को पारित करना है। उपायुक्त जतिन लाल ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए विकास खंड वार विशेष ग्राम सभाओं का विस्तृत कैलेंडर जारी किया है।
जारी आदेश के मुताबिक विकास खंड गगरेट की ग्राम पंचायत गुगलैहड़ और बढे़ड़ा राजपूतां में 4 नवम्बर को ग्राम सभा की विशेष बैठकें लगेगी। 5 नवम्बर को जाडला कोयडी और लोहारली, 6 नवम्बर को कुठेडा जसवालां और अमलैहड़, 7 नवम्बर को रामनगर कुनेरन, 8 नवम्बर को नकडोह और कैलाश नगर, 11 नवम्बर को गगरेट अप्पर और अम्बोटा, 12 नवम्बर को गणु मंदवाड़ा और भंजाल लोअर, 13 नवम्बर को भंजाल अप्पर और बडोह, 14 नवम्बर को कलोह और बबेहड़, 16 नवम्बर को रायेपुर और मरवाड़ी, 18 नवम्बर को टटेहड़ा और ओयल, 19 नवम्बर को जोह और सलोह वैरी, 20 नवम्बर को गोंदपुर बनेहड़ा लोअर और मवा सिंधिया, 21 नवम्बर को मवां कोहलां और चलेट, 22 नवम्बर को गोंदपुर बनेहड़ा अप्पर और ब्रह्मपुर, 23 नवम्बर को डंगोह खुर्द और डंगोह खास, 25 नवम्बर को पिरथीपुर और भद्रकाली, 26 नवम्बर को अभयपुर और संघनेई, 27 नवम्बर को दियोली और घनारी तथा 28 नवम्बर को नंगल जरियाला और अम्बोआ में ग्राम सभा की विशेष बैठकें आयोजित होंगी।
*विकास खंड हरोली के तहत 4 नवम्बर को ग्राम पंचायत नगनोली, लोअर पंजावन, पंजावर, पंडोगा और ईसपुर में ग्राम सभा की विशेष बैठकें लगाई जाएंगी। 5 नवम्बर को सलोह, घालूवाल, बढे़ड़ा, बढे़ड़ा लोअर और कांगड़ में, 6 नवम्बर को हरोली, भदौड़ी, पालकवाह, कर्मपुर और ललड़ी, 7 नवम्बर को बाथू, बटकलां, बाथड़ी, सिंगा बीटन, 8 नवम्बर को गांेदपुर बुल्ला, हीरानगर, पोलियां बीत, कुठारबीत और पूबोवाल, 11 नवम्बर को भदसाली, भदसाली हार, रोड़ा, समनाल और कुंगड़त, 12 नवम्बर को खड्ड, भैणाी खड्ड, धर्मपुर, सैंसोवाल और चंदपुर, 13 नवम्बर को नंगलखुर्द, दुलैहड़, भंडियारा, बालीवाल और छेत्रां तथा 14 नवम्बर को हलेडा विलना, हीरा और गोंदपुर जयचंद में ग्राम सभा की विशेष बैठकें आयोजित हांेगी।
*विकास खंड ऊना के अंतर्गत सभी पंचायतों में ग्राम पंचायत विकास योजना 2025-26 पारित करने के लिए ग्राम सभा की विशेष बैठकें लगाई जाएंगी। इस कड़ी में 4 नवम्बर को अजनौली और कुरियाला, 5 नवम्बर को अरनियाला लोअर, अरनियाला अप्पर और बसाल लोअर, 6 नवम्बर को बटूही, बसाल अप्पर और धमांदरी, 7 नवम्बर को डंगोली, चलोला और नंगल सलांगड़ी, 8 नवम्बर को डठबाडा, देहलां लोअर और झूडोवाल, 11 नवम्बर को कोटला कलां लोअर, कोटला कलां अप्पर और बसोली, 12 नवम्बर को कोटला खुर्द, लालसिंगी और अबादा वराना, 13 नवम्बर को लमलैहड़ी, मदनपुर और चताड़ा, 14 नवम्बर को नारी, पनोह ओर रैंसरी, 16 नवम्बर को रायपुर सहोडा, रामपुर और सासन, 18 नवम्बर को कुठारकलां, कुठार खुर्द और झलेड़ा, 19 नवम्बर को झम्बर, मलाहत और लमलैहड़ा, 20 नवम्बर को मैहतपुर, नंगड़ा और अजौली, 21 नवम्बर को समूरकलां और बरनोह, 22 नवम्बर को सुनेहरा, टब्बा और बडैहर, 23 नवम्बर को बदोली और बडसाला, 25 नवम्बर को बहडाला, भडोलियां कलां और बीनेवाल, 26 नवम्बर को भटोली, चडतगढ़ और छतरपुर, 27 नवम्बर को देहलां अप्पर, फतेहपुर और उदयपुर, 28 नवम्बर को जखेड़ा, जनकौर और खानपुर, 29 नवम्बर को टक्का और त्यूड़ी तथा 30 नवम्बर को मजारा, मलूकपुर, सनोली और बनगढ़ में विशेष बैठकें आयोजित होंगी।
*विकास खंड अम्ब के अंतर्गत अंदौरा अप्पर और भगड़ा पंचायत में 4 नवम्बर को विशेष बैठकें रखी गई हैं। 5 नवम्बर को चौआर और घेबट-बेहड, 6 नवम्बर को कुठेड़ा खैरला और छपरोह, 7 नवम्बर को चरूडू और धर्मशाला महंतां, 8 नवम्बर को धुसाड़ा और मंदोली, 11 नवम्बर को बेहड जस्वां और धर्मशाला महंतां खास, 12 नवम्बर को दियोली और हम्बोली, 13 नवम्बर को मुबारिकपुर और भैरा, 14 नवम्बर को अंदौरा लोअर और भटेड़, 16 नवम्बर को डूहल बटवालां और घंघरेट, 18 नवम्बर को अम्ब टिल्ला और बधमाणा, 19 नवम्बर को खरोह, नैहरी नौरगा, 20 नवम्बर को धंदड़ी और त्याई, 21 नवम्बर को सपौरी, नारी चिंतपूर्णी, राजपुर जस्वां, 22 नवम्बर को मैडी खास और पोलियां पुरोहितां, 23 नवम्बर को कलरूही, गिंडपुर मलौन और रिपोह मिसरां, 24 नवम्बर को ज्वार, शिवपुर और सिद्ध चलेहड़, 25 नवम्बर को ज्वाल और नन्दपुर, 26 नवम्बर को कुठियाड़ी, कटोहड़ कलां और टकारला, 27 नवम्बर को लोहारा लौअर, जबेहड़ और सूरी, 28 नवम्बर को डूहल बंगवाला, लडोली और ठठल, 29 नवम्बर को लोहारा अप्पर, प्रम्ब और सारड़ा तथा 30 नवम्बर को स्थोतर और कटोहड़ खुर्द में विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी।
इसके अलावा विकास खंड बंगाणा की वोहरु, चुल्हड़ी, थड़ा और बल्ह खालसा ग्राम पंचायतों में 4 नवम्बर को ग्राम पंचायत विकास योजना 2025-26 पारित करने के लिए विशेष ग्राम सभा की बैठकें करवाई जाएंगी। 5 नवम्बर को चंगर, प्रोईयां कलां, रायपुर और दोबड़, 6 नवम्बर को बुढवार, बल्ह, मंदली और छपरोह कलां, 7 नवम्बर को मोमन्यार, थानाकलां, टीहरा और पलाहटा, 8 नवम्बर को कठोह, डीहर, धनेत और अम्बेहड़ा धीरज, 11 नवम्बर को बडूही, बैरियां, चौली और जोल, 12 नवम्बर को सोहारी, टकोली, चौकी खास और पल्लियां, 13 नवम्बर को करमाली, खरयालता, अरलूखास और जसाना, 14 नवम्बर को हटली केसरू, सुकडीयाल, पीपलू और सिहाना, 16 नवम्बर को चमियाड़ी, मुच्छाली, डोहगी और धतोल, 18 नवम्बर को धुंदला, मलांगड़, तनोह व लठियाणी तथा 19 नवम्बर को बुधान और ढयुंगली पंचायतों में ग्राम विकास योजना के तहत विशेष बैठकें आयोजित होगी।
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कर्मचारियों को प्रशासन से आपेक्षित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी - जतिन लाल
ऊना, 22 अक्तूबर. कर्मचारी सरकार व प्रशासन की रीढ़ हैं और सरकार के कार्यक्रमों, कल्याणकारी योजनाओं व नीतियों को धरातल पर कार्यान्वित करने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यह बात उपायुक्त जतिल लाल ने मंगलवार को बचत भवन ऊना में हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला ऊना की संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में विभिन्न विभागों से सम्बन्धित लगभग 30 मांगों पर चर्चा की गई।
उपायुक्त ने सभी कर्मचारियों को पूर्ण पारदर्शिता, निष्ठा, तत्परता व ईमानदारी तथा अनुभवों से समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से जो भी सुविधाएं कर्मचारियों के लिए अपेक्षित होंगी, उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी आपसी तालमेल से कार्य करें, जिससे विकास को नई दिशा तथा प्रशासनिक कार्य प्रणाली को और गति मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि कर्मचारी नेताओं ने जो भी मांगें जिला स्तर पर उठाई हैं, तर्कसंगत हैं। अतः इनका सम्बन्धित विभाग त्वरित हल सुनिश्चित करें तथा आगामी बैठकों में इस मामलों दोबारा उठाने की आवश्यकता न पड़े। जबकि कर्मचारियों की राज्य स्तर की समस्याओं को इनके समाधान के लिए शीघ्र भेजने का आश्वासन दिया।
महासंघ द्वारा चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ को रात्रि डयूटी के दौरान सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग पर उपायुक्त ने बताया कि जिला के 100 बैड या इससे अधिक क्षमता वाले अस्पतालों में पहले से ही 24 घंटे सुरक्षा गार्डों की तैनाती की गई है और अन्य चिकित्सा संस्थानों पर सुरक्षा के लिए मामला राज्य सरकार के पास विचाराधीन है। तब तक रात्रि समय में जिला के चिकित्सा संस्थानों में पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए।
सरकारी आवासों की मरम्म्त बारे उठाए गए मुद्दे पर उपायुक्त ने कहा कि रक्कड़ कालोनी स्थित अधिकतर आवासों की मरम्मत की जा चुकी है जबकि शेष सरकारी आवास जिनकी मरम्मत होनी है, को मरम्मत होने के उपरान्त ही आवंटित किया जाए। इसके अलावा राजस्व कालोनी के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है तथा इसके निर्माण के लिए विभाग अन्य औपचारिक्ताओं को शीघ्र पूरा करके प्रेषित करे ताकि मामले को सरकार के समक्ष बजट प्रावधान हेतु प्रस्तुत किया जा सके। जबकि एनजीओ विश्राम भवन को 5 कनाल भूमि आबंटित कर दी गई है, जिसपर चारदीवारी का काम भी कर दिया गया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को इसके भवन के लिए व्यय अनुमान तैयार करने के निर्देश दिये ताकि मामले को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि जो दुकानदार और रेहड़ी वाले अपनी रेट लिस्ट डिस्प्ले नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

जेसीसी की बैठक में अधिकारी स्वयं हों उपस्थित
उपायुक्त ने इस बैठक में कुछ विभागों के अधिकारियों द्वारा स्वयं उपस्थित न होकर अपना प्रतिनिधि बैठक में भेजने का कड़ा संज्ञान लिया और कहा कि इस बैठक में कर्मचारियों की समस्याओं और मांगों पर चर्चा होती है, लिहाजा सभी अधिकारियों को अपनी उपस्थिति ऐसी बैठकों में सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने विभिन्न विभागों में चल रहे खाली पदों को भरने का मामला सरकार के साथ उठाए जाने का आश्वासन भी दिया।
इस अवसर पर जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रजनीश शर्मा ने उपायुक्त जतिल लाल का स्वागत किया और कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं व मांगों के समाधान के लिए तत्परता, व्यक्तिगत रुचि दिखाने व सकारात्मक सहयोग के लिए उनका आभार प्रकट किया।
बैठक में सहायक आयुक्त वरिन्द्र कुमार, ऊना के एसडीएम विश्वमोहन देव चौहान और बंगाणा के एसडीएम सोनू गोयल, डीएसपी अजय ठाकुर, सीएमओ डा. राजीव और विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के महासचिव राजेश कुमार, पूर्व अध्यक्ष रमेश ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारा सिंह सहित जिला ऊना सहित सभी विकास खण्डों के कर्मचारी प्रतिनिधि और अन्य कर्मचारी नेता भी उपस्थित थे।
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ड्राईविंग टेस्ट और वाहनों की पासिंग 23 अक्तूबर को
ऊना, 22 अक्तूबर। निदेशक परिवहन विभाग द्वारा ड्राईविंग टेस्ट और वाहनों की पासिंग प्रक्रिया 23 अक्तूबर को निर्धारित की गई है। यह जानकारी देते हुए एसडीएम ऊना विश्वमोहन देव चौहान ने बताया कि प्रशासनिक कारणों के चलते ड्राईविंग टेस्ट और वाहनों की पासिंग करने की समय सारणी में बदलाव किया गया है। उन्होंने बताया कि 23 अक्तूबर को ड्राइविंग टेस्ट प्रातः 10.30 बजे और वाहनों की पासिंग बाद दोपहर 2.30 बजे होगी।
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जन्मजात विकारों की समयबद्ध जांच व चिकित्सा अनिवार्य: मुख्य चिकित्सा अधिकारी
ऊना, 22 अक्टूबर. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जिला ऊना द्वारा आज जिला अस्पताल में नवजात शिशुओं में पाए जाने वाले जन्मजात विकारों की समयबद्ध जांच, प्रारंभिक प्रबंधन और रेफरल पर एक दिवसीय पुनः प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ऊना, डॉ. संजीव कुमार वर्मा ने की। उन्होंने बताया कि जन्मजात विकारों की समय पर जाँच और उचित चिकित्सा न की जाए, तो ये विकार असाध्य हो सकते हैं। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम नवजात शिशुओं की सेहत में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होते हैं और जन्मजात विकारों से बचाव एवं प्रबंधन के प्रयासों को मजबूती प्रदान करते हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीएच हरोली के शिशु विशेषज्ञ डॉ. मनमीत सैनी ने नवजात शिशुओं की जाँच, उनमें पाए जाने वाले जन्म दोषों, उनके प्रारंभिक प्रबंधन और रेफरल पर विस्तृत जानकारी दी। इस एक दिवसीय पुनः प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के विभिन्न अस्पतालों से शिशु विशेषज्ञ, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, अन्य चिकित्सक और स्टाफ नर्सों ने भी हिस्सा लिया।
डॉ. सैनी ने भ्रूण के विकास की प्रक्रिया को समझाते हुए बताया कि नवजात शिशु के जन्म के तुरंत बाद उसका सिर से पैर तक परीक्षण करना अत्यंत आवश्यक है, जिससे सामान्यतः पाए जाने वाले जन्मजात विकारों का पता लगाया जा सके। इन विकारों में मस्तिष्क और रीड़ की हड्डी के विकार, कटा होंठ, भंग तालु, क्लब फुट और दिल में छेद जैसी गंभीर बीमारियाँ शामिल हैं। समय पर इन विकारों की पहचान और उचित उपचार से शिशु की जीवन गुणवत्ता में सुधार संभव है। इसके अलावा, उन्होंने जन्मजात विकारों से प्रभावित माता-पिता की काउंसलिंग के महत्व पर भी जोर दिया।
इस मौके पर डीपीओ सीएच, डॉ. रिचा कालिया ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला ऊना में 10 मोबाइल हेल्थ टीमें कार्यरत हैं, जो ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रही हैं। इसके अतिरिक्त, जिला अस्पताल ऊना में एक डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर भी स्थापित किया गया है। इस केंद्र में 0-18 वर्ष की आयु के बच्चों का जन्मजात विकारों का इलाज किया जाता है। यदि कोई भी बच्चा इन विकारों से ग्रसित हो, तो वह जिला अस्पताल ऊना के कमरा नंबर 115 ए स्थित इंटरवेंशन सेंटर में आकर सलाह व उपचार प्राप्त कर सकता है।