13वीं राज्य स्तरीय मास्टर गेम्स का सफल समापन

बिलासपुर, 16 दिसंबर -13वीं राज्य स्तरीय मास्टर गेम्स का समापन बिलासपुर के लुहणू स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुआ। दो दिवसीय इस भव्य आयोजन का समापन नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श् राजेश धर्माणी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।

इस प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश के 11 जिलों से लगभग 400 मास्टर खिलाड़ियों ने भाग लिया। 30 वर्ष से अधिक आयु के खिलाड़ियों के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में 14 विभिन्न खेलों को शामिल किया गया था, जिनमें से डार्ट खेल पहली बार शामिल हुआ।

मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि स्वस्थ नागरिक ही देश की प्रगति में योगदान दे सकते हैं। खेलों से शारीरिक और मानसिक विकास होता है। यह जरूरी नहीं कि हर खिलाड़ी पदक जीते; खेलों में भाग लेना ही स्वस्थ जीवनशैली की …
इन खेलों में रनर अप हमीरपुर रहा तथा ऑल ओवर चैंपियन की ट्रॉफी जिला मंडी को मिली

===============================================मल्यावर क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपये की जल एवं सिंचाई परियोजनाएं- राजेश धर्माणी

बिलासपुर 16 दिसम्बर- नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने सोमवार को मल्यावर के पास गोविंद सागर झील के किनारे बनाए गए इंटेक और ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने क्षेत्र में विकसित की जा रही चार बड़ी जल योजनाओं और सिंचाई परियोजना की जानकारी साझा की। इन चारों योजनाओं पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किये जाएगें।
उन्होंने बताया कि इन चार योजनाओं के तहत कपाहड़ा, करलोटी, भराड़ी, त्यूण खास, रोपा फटोह, हवाण, तल्याणा और मल्यावर जैसे क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मल्यावर क्षेत्र के लिए एक सिंचाई योजना भी विकसित की जा रही है, जो किसानों की जरूरतों को पूरा करेगी।
उन्होंने बताया कि इन सभी योजनाओं का इंटेक एक ही स्थान पर बनाया गया है। इससे न केवल संचालन व्यय कम होगा, बल्कि प्रबंधन भी अधिक सुगम और व्यवस्थित रहेगा। उन्होंने बताया कि इस पहल से क्षेत्र के लोगों को बेहतर पेयजल और सिंचाई की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने बताया कि इन चारों योजनाओं पर लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सरकार का लक्ष्य है कि सभी परियोजनाएं 31 मार्च 2025 तक पूर्ण कर जनता को समर्पित कर दी जाएं।

मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि इन परियोजनाओं से क्षेत्र के लोगों को पेयजल संकट से राहत मिलेगी। सिंचाई की सुविधा मिलने से किसानों की उत्पादकता में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह विकास कार्य क्षेत्र के लोगों के जीवनस्तर को सुधारने के साथ क्षेत्र के समग्र विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने सम्बधि अधिकारियों को निर्देश दिये कि परियोजना को समय पर पूरा किया जाए ताकि इसका लाभ जल्द से जल्द क्षेत्र के लोगों को मिल सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास और लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना सरकार की प्राथमिकता है।