*176 units of Blood collected at *Voluntary Blood Donation Camps by PGIMER's Deptt of Transfusion Medicine
CHANDIGARH, 16.12.24-The department of Transfusion Medicine conducted two blood donation camps on 15th December 2024 under the guidance of prof R R Sharma . First at Sant Nirankari Satsang Bhawan TDI, Mohali in association with Sant Nirankari Charitable Foundation under the leadership Dr Lakhwinder and collected 114 blood units and second at Mahajan Bhawan sector 37 chandigarh under the leadership of Dr Ekta and collected 62 blood units.
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देहदान-महादान-जरूर करे"
CHANDIGARH, 16.12.24-The Department of Anatomy, PGIMER, Chandigarh has received the body of Mr Bhim Singh Narwal S/O Late Mr Preet Singh, aged 74 years, male, R/O Karnal, who expired on 15th Dec 2024. The body was gracefully donated by his his wife Mrs Sumitra Devi, son Mr Vijender Narwal, daughters Mrs Savita & Mrs Kavita Devi, son-in-laws Mr Narender Singh & Mr Vikas on 15th Dec 2024. The Department is grateful to the family members and admires them for this noble gesture.
Body Donation/Embalming Helpline– 0172-2755201 (office hours), 9660030095 (24x7)
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स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, चण्डीगढ़ में आज 16 दिसंबर, 2024 को राजभाषा समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों को भारत सरकार की राजभाषा नीति एवं संस्थान में उसके कार्यान्वयन के बारे में अवगत कराया गया।
CHANDIGARH, 16,12,24-समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के उप-निदेशक (प्रशासन) श्री पंकज राय ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि भारत देश अनेकता में एकता की एक ऐसी मिसाल है जिसमें अनेक जातियां, संस्कृति, भाषाएं और बोलियां हैं। विवधताओं से भरे देश में राजभाषा हिन्दी देश के लोगों को एक सूत्र में पिरोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। किसी भी देश का विकास तभी संभव है जब उसके निवासी अपनी मातृभाषा में सोचें एवं काम करें। विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए हम लोगों को स्वस्थ रखने और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हिंदी हमारे लिए केवल एक दायित्व नहीं है बल्कि यह देश की धड़कन से जुड़ने का एक सुगम और सरल माध्यम भी है। अतः चिकित्सा संस्थान में कार्य करने के नाते हमारी हिन्दी में काम करने के प्रति जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि हमारा सीधा सम्पर्क आम लोगों, जो इलाज करवाने के लिए हमारे संस्थान में आते हैं तथा रोग से भयभीत होते हैं, के साथ होता है। यदि हम उनसे हिन्दी में बात कर उन्हें उनके रोग के बारे में समझाते हैं, तो उनका तनाव काफी हद तक कम हो जाता है। यही नहीं, संस्थान का कामकाज जितना हम हिन्दी में करेंगे, उतनी ही हमारी परेशानी कम होगी और जनता एवं प्रशासन के बीच की दूरी उतनी ही घटेगी। पुरस्कृत कार्मिकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा यह हम सब की जिम्मेदारी है कि हम सभी राजभाषा अधिनियमों, नियमों तथा इनके संबंध में समय-समय पर लिए गए निर्णयों का समुचित रूप से अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान में राजभाषा नीति का कार्यान्वयन प्रेरणा, प्रोत्साहन एवं सद्भावना से किया जा रहा है, किन्तु राजभाषा संबंधी निदेशों का अनुपालन दृढ़तापूर्वक किया जाना चाहिए।
उन्होंने उपस्थित कार्मिकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हमारे संस्थान में कार्यरत अधिकांश कार्मिक हिंदी का अपेक्षित ज्ञान अथवा हिन्दी टाइपिंग की जानकारी रखते हैं तथा उनको हिन्दी में कार्य करने के लिए शब्दकोश, तकनीकी शब्दावलियां एवं कार्यालयी प्रयोग से जुड़ी सामग्री वितरित की हुई हैं। संस्थान के सभी कंप्यूटरों में हिन्दी टाइपिंग की सुविधा के लिए हिन्दी फोण्ट उपलब्ध है। उन्हें संस्थान की वैबसाइट से डाउनलोड कर कंप्यूटरों में अपलोड करने की भी सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने संस्थान के सभी डॉक्टरों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों से राजभाषा हिन्दी के विकास और समृद्धि को राष्ट्रीय जिम्मेदारी समझते हुए अपील की कि वे दैनिक कामकाज और व्यवहार में अधिक से अधिक हिन्दी का प्रयोग करते हुए सरकार की राजभाषा नीति का कार्यान्वयन कारगर बनाने में अपना सहयोग एवं योगदान दें। उन्होनें यह भी कहा कि राजभाषा नीति के कार्यान्वयन में यदि कुछ कठिनाइयां सामने आती हैं, तो उनका समाधान संयम और आपसी सहयोग से किया जाए।
इस समारोह में राजभाषा के प्रचार-प्रसार के लिए संस्थान में लागू प्रोत्साहन योजनाओं के अंतर्गत डॉ. रजनी शर्मा, खेल चिकित्सक, उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र, श्री संजय कुमार, वरिष्ठ प्रशासनिक सहायक, मेन आर.टी.आई. सैल, श्री राजेश सक्सैना, वरिष्ठ प्रशासनिक सहायक, पेंशन अनुभाग, लेखा शाखा, श्री अजय कुमार कायत, वरिष्ठ प्रशासनिक सहायक, विधि अनुभाग, श्री रजत कुमार, कनिष्ठ प्रशासनिक सहायक, उन्नत नेत्र चिकित्सा केंद्र को सम्मानित तथा हिंदी पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
डॉ. पंकज अनेजा, सहायक निदेशक (राजभाषा) ने उपस्थित सभी अधिकारियों तथा कार्मिकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आप सभी जहाँ भी जिस भी पद पर कार्य कर रहे हैं वहाँ पर अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करते हुए आत्मीयता से राजभाषा हिंदी का प्रयोग करेंगे और राष्ट्र का गौरव बढ़ाएंगे तथा अन्य कार्मिकों को भी राजभाषा हिंदी में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित एवं प्रेरित करेंगे।