करनाल, 13.02.25- डिजिटाइजेशन के माध्यम से जन सामान्य के जीवन को सुखमय बनाना भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने यह टिप्पणी आज सग्गा गांव में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए की। वे डी. ए. वी. कॉलेज करनाल के सात दिवसीय एनएसएस शिविर में बतौर मुख्य अतिथि पधारे थे। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय मिलकर काम कर रहे हैं। देश के लाखों गांवों तक इसी के अंतर्गत हाई स्पीड ब्रॉडबैंड सेवा पहुंचाई गई है। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डॉ. चौहान ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का आवाहन किया कि वह डिजिटल कौशल के मामले में अपने आप को लगातार अपडेट रखें।

प्रो.चौहान ने कहा की डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया के शुरुआती दौर में बहुत लोगों ने, जिनमें पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम जैसे सरीखे बड़े लोग भी शामिल थे, यह कहकर नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की थी, कि भारत में डिजिटल लेनदेन को कामयाबी नहीं मिलेगी। मगर सरकार की तैयारी और जन सामान्य की सहभागिता ने ऐसे तमाम लोगों को गलत साबित किया। भारत जैसे बड़े और विविधताओं वाले देश में डिजिटल लेनदेन जिस व्यापकता के साथ कामयाब हुआ है, उसने सारी दुनिया को न केवल हैरत में डाल दिया है बल्कि अब दुनिया भारत का अनुकरण करती नजर आती है।
डीएवी पीजी कॉलेज की इतिहास विभाग की अध्यक्षा डॉ सुलोचना नैन ने स्वयंसेवकों एवं विद्यार्थियों को कहा कि उनका व्यक्तित्व विकास बहुत ही आवश्यक है। अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्षा डॉ मिनाक्षी कुंडू ने भारतीय अर्थव्यवस्था एवं भारतीय बजट के विषय में विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। स्वेता धीमान ने स्वयं सेवकों को प्राथमिक उपचार, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन एवं बचाव के विषय में जागरूक किया।

कार्यक्रम के संयोजक एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बलराम शर्मा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और साथ ही दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अगले दिन के कार्यक्रमों की जानकारी दी।

इस मौके पर गांव सग्गा के सरपंच जोनी सिंह , यशपाल राणा, सुभाष राणा, प्रवीन राणा, राजबीर प्रजापत, जोगिंदर राणा, राजिन्द्र राणा, संजय शर्मा, डॉ अमोल सहित कॉलेज के स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे ।