नशे पर अंकुश लगाने के लिए ‘‘जीरो टांरलेंस’’ नीति पर कार्य शुरू
अपूर्व देवगन
मंडी, 18 फरवरी। नशे पर अंकुश लगाने के लिए मंडी जिला में ‘‘जीरो-टॉलरेंस’’ पर कार्य किया जा रहा है तथा सप्लाई व डिमांड चेन को तोड़ने के लिए पुलिस तथा प्रशासन मिलकर प्रयास कर रहे हैं, जिसके लिए स्थानीय लोगों का सहयोग भी अपेक्षित है। यह जानकारी उपायुक्त अपूर्व देवगन ने आज पुलिस लाइन मंडी के सभागार में नार्को समन्वय केंद्र तथा नशामुक्त भारत अभियान की बैठक के शुभारंभ अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में कही।
उन्होंने कहा कि आज का युवा नशे की ओर आसानी से आकर्षित हो जाता है। ऐसे व्यक्तियों को पुनः मुख्यधारा में लाने के लिए समाज का एक साथ आना जरूरी है। नशे से जहां युवाओं का भविष्य अंधकारमय होता है, वहीं हमारे समाज के लिए भी यह एक चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने कहा कि मंडी में जन भागीदारी से नशे की इस प्रवृत्ति को दूर करने के लिए एकजुट प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके लिए स्थानीय स्तर पर एसडीएम, डीएसपी, एसएचओ मिलकर मुहिम चला रहे है और जन प्रतिनिधियों से भी सहयोग अपेक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि इस मुहिम में जन प्रतिनिधियों तथा स्थानीय लोगों को जो भी पुलिस और प्रशासन से सहयोग अपेक्षित होगा वह मिलता रहेगा। उन्होंने जिला की सभी संस्थाओं से भी जिला में नशे खिलाफ जीरो टालेंस की नीति अपनाने में सहयोग का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने अभी तक स्कूल गोद नहीं लिये हैं, वह भी शीघ्र स्कूल गोद लें तथा समय-समय पर स्कूल में जाकर बच्चों को नशा न करने बारे प्रोत्साहित करें। उन्होंने सभी विभागों का आह्वान किया कि वह अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान अपने-अपने विभाग के माध्यम से नशा निवारण पर विशेष गतिविधियां चलाएं।
उपायुक्त ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में जाने से रोकने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे तथा उन्हें नशे की बुराईयों तथा इसके मानव जीवन पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव बारे जागरूक करना होगा। उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वह नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें तथा अपनी उर्जा को समाज के नव-निर्माण में लगाएं। उन्होंने अभिभावकों का भी आह्वान किया कि वह बच्चों की दैनिक गतिविधियों व आचार-व्यवहार पर निगरानी बनाए रखें और नशे जैसी बुराई से बचाने पर ध्यान दें तथा उन्हें जागरूक करें।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ0 मदन कुमार ने इस अवसर पर कहा कि नशा मुक्ति केंद्रों में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि जिला में 4 नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं, जिनमें एक सरकारी तथा 3 निजी क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जन आंदोलन से ही नशे के प्रचलन पर रोक लगाई जा सकती है जिसके लिए जिला प्रशासन जीरो टॉलरेंस पर कार्य कर रहा है।
बैठक को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद ने कहा कि जिला में पुलिस विभाग जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य कर रहा है तथा नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों की प्रॉपर्टी जब्त की जा रही है।
बैठक का संचालन जिला कल्याण अधिकारी समीर ने किया तथा एक वर्ष से चलाई जा रही गतिविधियों का ब्यौरा रखा।
बैठक में उपायुक्त आबकारी वरूण कटोच, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ0 मदन कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी समीर, जिला विकास अधिकारी जी.सी. पाठक, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय बदरेल, जिला रेडक्रास सोसायटी सचिव ओ.पी. भाटिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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मंडी जिले के लिए 4210.20 करोड़ रुपये के ऋण क्षमता का आकलन तैयार
उपायुक्त

मंडी, 18 फरवरी। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के माध्यम से मंडी जिले में साल 2025-26 के लिए प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में करीब 4210.20 करोड़ रुपये के ऋण क्षमता का आकलन किया गया है। इनमें कृषि क्षेत्र में 2240.67 करोड़ रुपये, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एम.एस.एम.ई.) में 1414.80 करोड़ रुपये तथा अन्य प्राथमिकता क्षेत्र में 554.73 करोड़ रुपये की ऋण क्षमता आंकी गई है।
उपायुक्त ने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा तैयार साल 2025-26 के लिए संभावित लिंक्ड क्रेडिट प्लान (पी.एल.पी.) लॉन्च किया। उन्होंने बताया कि पी.एल.पी. जिले के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए आवश्यक क्रेडिट को पूरा करेगा।
उपायुक्त ने सभी बैंकों व विभाग प्रमुखों से सरकार की योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा है। उन्होंने जिला के बैंक प्रमुखों से बैंकिंग सेवाओं का लाभ समाज के हरेक जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाने की व्यवस्था तय बनाने की अपील की है, ताकि गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके।
जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड राकेश वर्मा ने बताया कि वर्ष 2025-26 के लिए मंडी जिले में प्राथमिकता क्षेत्र में ऋण क्षमता में पिछले वर्ष की अपेक्षा करीब 12.03 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। उन्होंने बताया कि बैंकिंग क्षेत्र में मंडी जिले में अग्रणी बैंक द्वारा आगामी वित्त वर्ष के लिए तैयार होने वाले आंकड़े जिला क्रेडिट योजना का आधार बनेंगे। उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र, एमएसएमई तथा प्राथमिकता क्षेत्र में किए अनुमान सरकारी नीतियों, निवेश गतिविधि लागत, वित्त के पैमाने और संस्थागत ऋण में रुझानों पर विचार करते हुए नाबार्ड द्वारा किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अनुमानों का उद्देश्य प्रमुख क्षेत्रों की आवश्यकताओं को पूरा करना है, जिससे उनके विकास और स्थिरता के लिए जरूरी पूंजी उपलब्ध हो सके।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक, हिमाचल ग्रामीण बैंक तथा अन्य बैंकों के मुख्य अग्रणी प्रबंधक उपस्थित थे।

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महाशिवरात्रि पर पंचवक्त्र महादेव मंदिर के समीप होगी ब्यास आरतीः रोहित राठौर

  • जिला प्रशासन ने मंडी शहर के हर घर से एक दिया साथ लेकर आने का किया आह्वान

मंडी, 18 फरवरी। देव आस्था से जुड़े अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव-2025 की भव्यता को विस्तार देते हुए इस बार मंडी के सुप्रसिद्ध पंचवक्त्र मंदिर के समीप ब्यास आरती का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज यहां अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया।

उन्होंने कहा कि मंडी के सुप्रसिद्ध शिवरात्रि महोत्सव को नया आयाम देते हुए इस बार 26 फरवरी को महाशिवरात्रि की संध्या पर ब्यास आरती की जाएगी। इस आरती को विधिपूर्वक संपन्न करने के लिए काशी से पांच पुजारियों को विशेष तौर पर आमंत्रित किय़ा गया है। हालांकि भाग लेने वाले यह सभी पुजारी हिमाचल से भी संबंध रखते हैं। आरती के अलावा यहां पर पूजा भी की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस आयोजन में शहरवासियों एवं आए हुए सभी लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने प्रत्येक शहरवासी से अपील की है कि वे अपने घर से एक-एक दिया लेकर शिवरात्रि की संध्या पर पंचवक्त्र में पहुंचकर ब्यास आरती में अपनी भागीदारी अवश्य जताएं। इस बार इस महोत्सव को दीपोत्सव के साथ आरम्भ करने की पहल की गई है। शहर में विभिन्न सामाजिक व अन्य संस्थाओं को इसके लिए विशेष निमंत्रण भी दिया जाएगा। उन्होंने ऐसी सभी संस्थाओं से आग्रह किया कि वे इस आयोजन में सहभागिता के लिए लोगों को जागरूक एवं प्रोत्साहित करें।

रोहित राठौर ने व्यापार मंडल एवं मंडी वासियों से आग्रह किया कि शिवरात्रि के सुअवसर पर अपने घर-प्रतिष्ठानों को भी रौशनी से सजाएं। उन्होंने बताया कि ब्यास आरती स्थल पंचवक्त्र मंदिर में भी एलईडी लाइट्स लगाकर इसे रौशन किया जाएगा। इस दौरान आतिशबाजी भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में कई संस्थाएं एवं लोग व्यक्तिगत तौर पर भी स्वेच्छा से आगे आ रहे हैं। इसमें शिवरात्रि महोत्सव के लिए पधारे देवलुओं को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने सभी सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्यों से इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया। नगर निगम मंडी को आरती स्थल व आस-पास सफाई व्यवस्था सुचारू बनाए रखने को कहा।

बैठक में नगर निगम मंडी के महापौर विरेंद्र भट्ट शर्मा, नामित पार्षद संजय शर्मा, शशि शर्मा, तोष कुमार, जिला विकास अधिकारी जी.सी. पाठक, जिला भाषा संस्कृति अधिकारी रेवती सैणी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, व्यापार मंडल, सर्व देवता समिति व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।

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खनन निरीक्षण करने वाले अधिकारी बाडी वीयरेबल कैमरे तथा डैश कैमरे से होंगे लैस
अवैध खनन गतिविधियों पर जीरो टॉलरेंस, होगी कड़ी कार्रवाई - डीसी

मंडी, 18 फरवरी। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि अवैध खनन की रोकथाम के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाकर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए जिला के सभी उपमण्डलाधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, वन अधिकारियों, पुलिस तथा खनन विभाग के सभी खनन निरीक्षकों को अवैध खनन की रोकथाम बारे सख्त निर्देश जारी किये गए हैं।
उपायुक्त खनि कार्यालय मंडी द्वारा अवैध खनन की रोकथाम के लिए विभागीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक उपायुक्त कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम में वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हाल में अवैध खनन करने वालों को बख्शा न जाये और उनके विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि अवैध खनन को रोकने के सभी एसडीएम किए जा रहे प्रयासों को और बल दें।

उपायुक्त ने अवैध खनन की रोकथाम के लिए जिला के सभी उपमंडल अधिकारियों, खनन अधिकारी मण्डी खनि निरीक्षकों और खनन रक्षकों को वाहन सहित बाडी वीयरेबल कैमरा तथा डैश कैमरे को डी.एम.एफ. टी. फंड से उपलब्ध करवाने हेतु अपनी संस्तुति प्रदान की ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को कैमरे में रिकॉर्ड किया जा सके।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र, वन मण्डलाधिकारी वसु डोगर, सहायक वन संरक्षक, जिला खनि अधिकारी, जिला खनि निरीक्षक मण्डी और सुंदरनगर तथा समस्त उप मण्डलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, वन मण्डलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।