शहरी क्षेत्रों में ड्रोन की मदद से डिजिटल नक्शे: डीसी
प्रारंभिक तौर पर कांगड़ा जिला के पालमपुर शहर से होगी शुरूआत
भूमि रिकार्ड में आएगी पारदर्शिता, भूमि विवादों में भी होगी कमी
धर्मशाला, 18 फरवरी। ‘नक्शा’ परियोजना के तहत शहरी क्षेत्रों के डिजिटल नक्शे बनाए जाएंगे प्रारंभिक तौर पर कांगड़ा जिला के पालमपुर नगर निगम में शहरी भूमि रिर्काड्स का आधुनिकीकरण का कार्य आरंभ होगा, सर्वेक्षण के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
यह जानकारी उपायुक्त हेमराज बैरवा ने मंगलवार को एनआईसी के सभागार में पालमपुर तथा धर्मशाला के पार्षदों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि शहरी भूमि रिकॉर्ड्स के निर्माण की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो नागरिकों के संपत्ति अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। यह पहल संपत्ति से जुड़ी धोखाधड़ी को रोकने और भूमि रिकॉर्ड में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इसका उद्देश्य शहरी भूमि रिकार्ड्स के लिये एक सटीक और व्यापक भू-स्थानिक डाटाबेस तैयार करना है. यह कार्यक्रम हवाई और जमीनी सर्वेक्षणों को उन्नत जीआईएस तकनीक के साथ जुड़कर भूमि प्रशासन को बेहतर बनाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम का उद्देश्य शहरी भूमि रिकार्ड्स के निर्माण और प्रबंधन में क्रांति लाना है. नक्शाष् कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं में शहरी क्षेत्रों के लिए भू-स्थानिक मैपिंग करना, आधुनिक भूमि सर्वेक्षण तकनीकों का प्रयोग करना है इससे अदालती मामलों, कानूनी दस्तावेजीकरण और ऐतिहासिक भूमि डाटा विश्लेषण में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि नक्शा कार्यक्रम के तहत बुनियादी ढांचे के विकास और शहरी विस्तार में न्यूनतम देरी होगी, परिवहन योजना आवासीय परियोजनाओं और सतत् शहरी विकास में सहायता मिलेगी। आपदा प्रबंधन योजना को अधिक प्रभावी बनायेगा और सुलभ डिजिटल प्रणाली धोखाधड़ी पर अंकुश लगायेगी और शहरी भूमि प्रबंधन में जनता का विश्वास बढ़ेगा। इस अवसर पर एडीएम डा हरीश गज्जू, जिला राजस्व अधिकारी, सहायक बंदोबस्त अधिकारी तथा धर्मशाला और पालमपुर नगर निगम के पार्षद भी उपस्थित थे।
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वेटलैंड के संरक्षण के लिए कारगर कदम उठाएं: डीसी
बोले, वैटलैंड समाज को पर्यावरण संतुलन करता है प्रदान
डिवल्पमेंट प्लान तथा जल ग्रहण उपचार योजना शीघ्र तैयार
धर्मशाला, 18 फरवरी। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि वेटलैंड के संरक्षण और व्यापक उपयोग को बढ़ावा के लिए कारगर कदम उठाए जाएं। मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में वेटलैंड के संरक्षण को लेकर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि वेटलैंड समाज को पर्यावरण संतुलन प्रदान करती हैं जैसे कि पानी से हानिकारक अपशिष्टों को शुद्ध करती है।
उन्होंने कहा कि जल चक्र के लिए वेटलैंड्स का काफी महत्व है। जल संग्रहण, भूजल स्तर को बनाए रखने और पानी की सफाई तक में इसकी भूमिका है। बाढ़ का पानी अपने में समटेकर यह इंसानी आबादी को बाढ़ से बचाने में मददगार है। मौसम परिवर्तन की घटनाएं जैसे बाढ़ और सूखे से निपटने में कई वेटलैंड्स सहायक हैं।
मछली, मखाना और अन्य जलीय पौधों की खेती करने वाले लोगों का रोजगार वेटलैंड्स पर निर्भर करता है। धरती पर कार्बन संग्रह करने वाले स्रोतों में वेटलैंड्स का नाम शीर्ष पर आता है
उपायुक्त ने कहा कि कांगड़ा जिला में पौंग बांध, करेरी तथा बड़ा भंगाल में वैटलैंड चयनित की गई है तथा इन क्षेत्रों को विकसित करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि वैटलैंड क्षेत्रों की सीमांकन का कार्य, डिवल्पमेंट प्लान तथा जल ग्रहण उपचार योजना शीघ्र तैयार की जाए ताकि वेटलैंड के संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम उठाए जाएं इसके साथ ही वेटलैंड के माध्यम से इको टूरिज्म को भी बढ़ाया दिया जाए। उन्होंने कहा कि वैटलेंड संरक्षण के लिए आम जनमानस की सहभागिता भी जरूरी है तथा लोगों को जागरूक भी किया जाए।
इस अवसर पर एसडीएम, वन विभाग तथा कृषि विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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बंद हुई डाक जीवन बीमा पालिसी को पुनः करवा सकते हैं चालू
धर्मशाला 18 फरवरी। अधीक्षक डाकघर धर्मशाला मण्डल रविन्द्र कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि बंद हुई डाक जीवन बीमा पालिसियों को पुनः चालु करने के लिए भारतीय डाक विभाग ने दिनांक 01 मार्च 2025 से 31 मई 2025 तक विशेष अभियान के अंतर्गत डिफाॅल्ट राशी में छूट का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि 1 लाख तक के रिवाइवल राशी के डिफाॅल्ट पर 25ः अधिकतम 2500-00, 1 लाख से 3 लाख तक के रिवाइवल राशी के डिफाॅल्ट पर 25ः अधिकतम 3000-00 और 3 लाख से अधिक की राशी पर 30ः अधिकतम 3500-00 की छूट दी जा रही है। अधिक जानकारी के लिए निकटतम डाकघर व दूरभाष संख्या 01892-226924, 229205 से सम्पर्क किया जा सकता है।