ऊना, 25 फरवरी। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि पारंपरिक जल स्रोतों का पुनरुद्धार और संरक्षण समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ये जल स्रोत न केवल भू-जल स्तर बनाए रखने में सहायक हैं, बल्कि जल संकट के समाधान में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जल दोहन और पुनर्भरण में संतुलन बनाए रखना हमारी आने वाली पीढ़ियों के प्रति जिम्मेदारी है। सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है और जल संसाधनों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठा रही है।
श्री अग्निहोत्री ने मंगलवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र के संत ढांगू वाले गुज्जर राजकीय महाविद्यालय, बीटन के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करते हुए यह उद्गार प्रकट किए।
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है, इसमें जनभागीदारी भी आवश्यक है। उन्होंने पंचायती राज संस्थानों के सभी प्रतिनिधियों से अपील की कि वे जल संचयन को बढ़ावा दें और पारंपरिक जल स्रोतों, तालाबों, बावड़ियां को पुनर्जीवित करने में सक्रिय सहयोग करें।
इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने अकादमिक, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। उन्होंने समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली छात्राओं को 51 हजार देने की घोषणा की।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली विस क्षेत्र शिक्षा का क्रान्तिकारी दौर देख रहा है। शिक्षण संस्थानों में खेल मैदानों के सुधार और विकास कार्य प्राथमिकता पर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीटन, खड्ड और हरोली में कॉलेज खोलने का मकसद ग्रामीण इलाकों में शिक्षा को मजबूत करना था। विशेष कर लड़कियों को घर के समीप बेहतर शिक्षा का अवसर देना था। इनका काफी हद तक लाभ हुआ है। यहां से पढ़े बच्चे-बच्चियां देश दुनिया में नाम कमा रहे हैं।

80 करोड़ की बीत क्षेत्र सिंचाई योजना- 2

उन्होंने कहा कि बीत क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के लिए 80 करोड़ रुपये की लागत से बीत क्षेत्र सिंचाई योजना - 2 का निर्माण किया जा रहा है। पानी की समस्या को दूर करने के लिए हर गांव में टयूबल लगाए जा रहे है, जहां फसल की बात नहीं होती थी आज के दौर में अनाज, फल सबजियां पैदा हो रही है। इसके अलावा करीब 66 करोड़ रुपये की पानी की पाइपों पर खर्चे जा रहे हैं। हरोली विस में 50 लाख लीटर पानी की क्षमता वाला टैंक पोलियां में और 25 लाख लीटर का टैंक दुलैहड़ में बनाया गया है।

’अगले महीने लगेंगे बल्क ड्रग पार्क परियोजना के 800 करोड़ के टेंडर ’

औद्योगिक विकास की दिशा में बल्क ड्रग पार्क परियोजना को हिमाचल प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य के लिए एक मील का पत्थर बताते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 1405 एकड़ क्षेत्र में 2000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। केंद्र और हिमाचल सरकार इसमें एक-एक हज़ार करोड़ रुपये का निवेश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अगले महीने से 800 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए जाएंगे, जिससे परियोजना के ढांचागत निर्माण कार्यों में तेजी आएगी।

चिट्टे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
उप मुख्यमंत्री ने ऊना को नशामुक्त जिला बनाने के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने चिट्टे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। इसमें किसी को बक्शा नहीं जाएगा।

सीसीटीवी की निगरानी में क्षेत्र

उन्होंने बताया कि 2 करोड़ रुपये की लागत से पूरे हरोली विस क्षेत्र को सीसीटीवी निगरानी में लाया गया है, जिससे अपराध पर अंकुश लगाया जा सके। विधानसभा क्षेत्र के मुख्य प्रवेश द्वारों, मार्गों, बाजारों और महत्वपूर्ण स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे कोई भी अपराधी बच नहीं सकेगा।

करोड़ों के विकास कार्य

उन्होंने बीटन क्षेत्र में विकास का उल्लेख करते हुए बताया कि बीटन पंचायत घर के निर्माण के लिए 1.14 करोड़ रूपये उपलब्ध कराए गए हैं। यहां मंदिरों के सौंदर्यीकरण को तरजीह दी गई है। बीटन कुटिया और जाखेवाल मंदिर के लिए 25- 25 लाख रूपये दिए गए हैं। बीटन में तालाब सौंदर्यीकरण पर 2 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं।1.50 करोड़ से बीटन में खेल मैदान का निर्माण किया जा रहा है, वहीं सिंगा में खेल मैदान के सुधार पर 1 करोड़ रूपये खर्चे जा रहे हैं। सीएचसी भवन पर करीब 3 करोड़ रूपये खर्चे गए हैं।
गोंदपुर- बाथू सड़क पर 13 करोड़ और अमराली-छेतरा-साहुवाल सड़क के लिए 10 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे पहली बार विधायक बने, तब हरोली में उच्च शिक्षा के सीमित संसाधन थे। लेकिन लगातार प्रयासों से आज हरोली में 33 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, एक केंद्रीय विद्यालय, तीन डिग्री कॉलेज और दो आईटीआई संस्थान संचालित हो रहे हैं। हरोली में स्थापित ट्रिपल आईटी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है, जबकि हिमकेप्स सोसाइटी के नर्सिंग और लॉ कॉलेज शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में उभरे हैं।

उपमुख्यमंत्री ने बच्चों को किया प्रेरित, जय चैधरी का दिया उदाहरण
उपमुख्यमंत्री ने छात्रों को मेहनत और संकल्प का महत्व बताते हुए कहा कि कड़ी मेहनत से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने हरोली के पनोह गांव के जय चैधरी का उदाहरण दिया, जो आज के समय में अमेरिका में एक बड़े बिजनेसमैन हैं। एक छोटे से गांव से निकल कर अगर जय चैधरी दुनिया में अपना नाम रोशन कर सकते हैं, तो यहां के और बच्चे भी अपनी मेहनत और लगन से असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।

श्री अग्निहोत्री ने बताया कि उन्होंने जय चैधरी से अनुरोध किया है कि वे हरोली आकर बच्चों और शिक्षकों से मिलें, ताकि उनकी कहानी प्रदेश के युवाओं को प्रेरित कर सके। खुशी की बात यह है कि जय चैधरी ने इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और वे जल्द ही हरोली आएंगे।

इस अवसर पर संत ढंागू वाले गुज्जर राजकीय महाविद्यालय बीटन के प्राचार्या डॉ सुनीता गोयल ने उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त करते हुए शाॅल व टोपी पहना कर सम्मानित किया। उन्होंने कॉलेज का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। समारोह में छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस वरिष्ठ नेता रणजीत राणा, अशोक ठाकुर, प्रमोद कुमार, उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, एसडीएम हरोली विशाल शर्मा, पीटीए के कार्यकारणी अध्यक्ष राजेश कुमार, कॉलेज स्टॉफ व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।