धर्मशाला 07 अप्रैल।कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार की अध्यक्षता में उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक मलेंद्र राजन ने गुजरात के आनंद स्थित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड का दौरा किया। यह दौरा हिमाचल प्रदेश में डेयरी क्षेत्र के समग्र विकास, मूल्य संवर्धन, एवं पशुपालन से संबंधित चुनौतियों के समाधान हेतु एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मनीष शाह से विस्तृत बातचीत की, जिसमें हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भूगोल को ध्यान में रखते हुए डेयरी क्षेत्र में तकनीकी सहयोग, पशु चारे की उपलब्धता, रोग नियंत्रण, उत्पादकता में वृद्धि, विपणन नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण, एवं किसान हितैषी योजनाओं पर चर्चा की गई। डॉ. शाह ने डेयरी की विभिन्न पहलों व तकनीकी नवाचारों की जानकारी दी, जो हिमाचल जैसे राज्यों में भी लागू किए जा सकते हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ से डॉ. संदीप ठाकुर, प्रबंधक (विपणन), तथा श्री प्रवीन शर्मा, उप प्रबंधक भी उपस्थित रहे। उन्होंने राज्य में डपसामिक द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, विपणन रणनीतियों, एवं आगामी परियोजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने डेयरी से तकनीकी मार्गदर्शन एवं सहयोग का आग्रह भी किया।
प्रतिनिधिमंडल ने इस अवसर पर अमूल चॉकलेट प्लांट, आनंद का भी भ्रमण किया। वहां उन्होंने चॉकलेट निर्माण की आधुनिक प्रक्रिया, गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली, और ब्रांड निर्माण की रणनीतियों का अवलोकन किया। यह भ्रमण राज्य में मूल्य संवर्धित डेयरी उत्पादों की संभावनाओं को बढ़ावा देने की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ। कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि यह दौरा हिमाचल प्रदेश में डेयरी क्षेत्र को आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे स्थानीय दुग्ध उत्पादकों को बेहतर प्रशिक्षण, बाजार, और मूल्य प्राप्त हो सकेगा।