*ऊना में 14.53 करोड़ की परियोजना से ईको पर्यटन को लगेंगे पंख
*सोहारी में बनेगा ईको पर्यटन पार्क, अंदरोली में सुविधाओं का होगा विस्तार
*डीसी ने ली जिला स्तरीय समिति की बैठक
ऊना, 21 मार्च. ऊना जिले में ईको पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए 14.53 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम जारी है। उपायुक्त जतिन लाल ने शुक्रवार को जिला स्तरीय समिति की बैठक के बाद जानकारी दी कि इस परियोजना के तहत बंगाणा उपमंडल में गोविंद सागर झील से सटे अंदरोली और लठियाणी के सोहारी में ईको पर्यटन सुविधाओं का विकास और विस्तार किया जा रहा है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
*ईको पर्यटन के साथ जैव विविधता संरक्षण पर बल
उपायुक्त ने बताया कि यह परियोजना क्षेत्र में समग्र ईको पर्यटन, जैव विविधता संरक्षण और आजीविका सृजन को बढ़ावा देने को समर्पित है। साथ ही, इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संस्थागत क्षमता निर्माण, निगरानी और मूल्यांकन की भी व्यवस्था की जाएगी।
परियोजना के पहले चरण में अंदरोली में वाटर स्पोर्ट्स, साहसिक और ईको पर्यटन सुविधाओं का विकास किया गया है। अब वहां सड़क और गेट निर्माण के लिए 56 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जिसकी टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
*सोहारी में बनेगा ईको पार्क
जतिन लाल ने बताया कि अब दूसरे चरण में लठियाणी के सोहारी में ईको पर्यटन पार्क विकसित किया जाएगा। इस पार्क में कैफेटेरिया, स्केटिंग रिंक, ट्री कॉटेज और अल्पाइन हट, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, पक्षियों की अठखेलियां निहारने के लिए बर्ड वॉचिंग ज़ोन, हेल्थ क्लब, बोटैनिकल कॉटेज, वाटर लिली और लोटस फिश पॉन्ड जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। ये कार्य चरणवार तरीके से किए जाएंगे। इसके पहले चरण के लिए 3.50 करोड़ की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। जल्द ही इसे अंतिम रूप देकर टेंडर प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
*स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार इस परियोजना में स्थानीय युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके तहत स्थानीय पंचायतों में विशेष प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे, जहां युवाओं को बोटिंग और अन्य पर्यटन संबंधी आवश्यक कौशल सिखाए जाएंगे, ताकि वे इस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकें।
*12 पंचायतों को होगा सीधा लाभ
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना से कुटलैहड़ क्षेत्र की 12 पंचायतों को सीधे तौर पर लाभ होगा। इनमें रायपुर, पुरोईयां कलां, धुंधला, सिहन, पिपलू, जसाणा, दोबड़, सिहाणा, मंदली, तनोह, लठियाणी, बुढ़वार और थहड़ा पंचायतें सीधे तौर पर लाभान्वित होंगी। यहां के स्थानीय लोग पर्यटन आधारित गतिविधियों से रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।
बैठक में जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार ने परियोजना की प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान डीआरडीए परियोजना अधिकारी केएल वर्मा, तहसीलदार बंगाणा अमित शर्मा, जिला भाषा अधिकारी निक्कू राम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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आपदा जागरूकता दिवस पर निकाला जाएगा नागरिक एकजुटता मार्च
ऊना, 21 मार्च - कांगड़ा में वर्ष 1905 में आएं भूकम्प की वर्षगांठ को चिन्हित करते हुए 4 अप्रैल को आपदा जागरूकता दिवस के अवसर पर नागरिक एकजुटता मार्च निकाला जाएगा। यह जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने बताया कि यह मार्च न्यू बस स्टैंड ऊना से पुराना होशियारपुर रोड़ चैक तक निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों, संस्थानों और प्रतिष्ठानों में इवैक्यूएशन ड्रिल भी आयोजित की जाएगी। इसके अलावा अप्रैल माह के दौरान पंचायत स्तर पर ग्राम सभा बैठकों के माध्यम से लोगों को भूकंप रोधी निर्माण प्रथाओं और आपदा प्रबंधन की तैयारियों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही 5 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे डीआरडीए सभागार में सुरक्षित निर्माण प्रथाओं पर एक दिवसीय कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आपदा जागरूकता दिवस राज्यव्यापी अभियान के रूप में मनाया जाता है जिसके तहत राज्य, जिला और समुदाय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें भूकंप आपदा पूर्वाभ्यास, विद्यालयों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण शामिल हैं। इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य समुदाय को आपदा प्रबंधन की तैयारियों के प्रति जागरूक करना और स्थानीय स्तर पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण को बढ़ावा देना है।
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जिला में अनाबंटित खुदरा आबकारी दुकानों की नीलामी 22 को
ऊना, 21 मार्च। आबकारी विभाग ऊना के उपायुक्त टिक्कम राम ने जानकारी देते हुए बताया कि ऊना जिला के अनाबंटित खुदरा आबकारी दुकानों की नीलामी प्रक्रिया 22 मार्च को सुबह 11.30 बजे बचत भवन ऊना में निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए उपायुक्त आबकारी कार्यालय ऊना में सम्पर्क किया जा सकता है।
बता दें, इससे पहले ऊना जिला की खुदरा आबकारी दुकानों की आवंटन नीलामी प्रक्रिया 19 मार्च को आयोजित हुई थी। इस नीलामी प्रक्रिया के दौरान पंडोगा, अजोली, हरोली, बसाल, थानाकलां और भरवाईं यूनिटों की नीलामी नहीं हुई जोकि अब 22 मार्च को होगी।
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हटली केसरू पंचायत को आंशिक रूप से नगर पंचायत बंगाणा में शामिल के प्रस्ताव को लेकर अधिसूचना जारी
लोगों से 2 सप्ताह में मांगे आपत्ति-आक्षेप
ऊना, 21 मार्च। हिमाचल प्रदेश सरकार के शहरी विकास विभाग ने नगर पंचायत बंगाणा के सीमांकन विस्तार को लेकर अधिसूचना जारी की है। यह अधिसूचना जनसाधारण की जानकारी हेतु हिमाचल प्रदेश राजपत्र (ई-गजट) में प्रकाशित कर दी गई है।
जारी अधिसूचना के अनुसार, पटवार वृत्त बंगाणा के महाल रिट सतरूखा के तहत हटली केसरू पंचायत को आंशिक रूप से नगर पंचायत बंगाणा में सम्मिलित किए जाने का प्रस्ताव है। इसमें पंचायत के 626 खसरे शामिल करना प्रस्तावित है।
अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर इसे लेकर ने बताया कि इस प्रस्तावित विस्तार से प्रभावित होने वाले किसी भी व्यक्ति अथवा हितधारक को यदि कोई आपत्ति अथवा आक्षेप हो, तो वे इसे अधिसूचना के प्रकाशन की तिथि से दो सप्ताह के भीतर उपायुक्त, ऊना के माध्यम से प्रधान सचिव (शहरी विकास), हिमाचल प्रदेश सरकार को लिखित रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं।
सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर प्राप्त सभी आपत्तियों पर विधिवत विचार किया जाएगा। निर्धारित अवधि के पश्चात प्राप्त किसी भी आक्षेप को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
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उपायुक्त ने पीर गौंस मंदिर के सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों का लिया जायजा
ऊना, 21 मार्च। उपायुक्त जतिन लाल ने शुक्रवार को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र की पंचायत बल्ह खालसा स्थित प्राचीन पीर गौंस मंदिर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पीर गौंस मंदिर के सौंदर्यीकरण और श्ऱद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए किए जा रहे निर्माण और विकास कार्यों का जायजा लिया। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्यों को शाीघ्रता से और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों से भी बातचीत की और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है ताकि ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों को संरक्षित कर उन्हें और अधिक आकर्षक बनाया जा सके।
इस अवसर पर तहसीलदार बंगाणा अमित शर्मा, सेवादार महेंद्र सिंह, रणजीत सिंह, लखविंदर सिंह और राजीव कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।