हमीरपुर 21 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का जिला स्तरीय समारोह शुक्रवार को यहां एनजीओ भवन में आयोजित किया गया, जिसमें जिला कोषाधिकारी डॉलिम चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित महिला अधिकारियों-कर्मचारियों और अन्य महिलाओं को संबोधित करते हुए डॉलिम चौधरी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने वाली महिलाएं अपने आपमें सशक्त हैं। अपनी आम दिनचर्या में घर-परिवार को संभालने से लेकर घर से बाहर भी कई बड़े कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली महिलाओं सशक्तिकरण की मिसाल हैं। लेकिन, इन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की आवश्यकता है। आर्थिक रूप से स्वावलंबी होने पर ही वे स्वयं निर्णय लेने में सक्षम होंगी।
जिला कोषाधिकारी ने कहा कि हमारे समाज में कई लोगों की सोच अभी भी पूरी तरह नहीं बदली है। इसी कारण, हाल ही के दशकों के दौरान हमारी जनसंख्या में लड़कियों के अनुपात में काफी गिरावट दर्ज की गई। अब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना और कई अन्य योजनाओं एवं जागरुकता अभियानों के कारण लोगों की सोच बदल रही है और लिंगानुपात में सुधार देखने को मिल रहा है। कार्यक्रम के आयोजन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की सराहना करते हुए डॉलिम चौधरी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से आम महिलाओं का उत्साहवर्द्धन होता है और वे जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होती हैं।
इससे पहले, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने मुख्य अतिथि, अन्य अतिथियों, सभी अधिकारियों-कर्मचारियों तथा अन्य महिलाओं का स्वागत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। सीडीपीओ संजय गर्ग और कुलदीप सिंह चौहान ने भी विभाग की योजनाओं से अवगत करवाया। समारोह के दौरान आंगनवाड़ी कर्मियों एवं अन्य महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। योग की खिलाड़ी निधि डोगरा ने योगासनों का हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। महिलाओं के लिए कई खेल प्रतियोगिताएं, रंगोली और अन्य स्पर्धाएं भी करवाई गईं।
मुख्य अतिथि ने उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए योग की खिलाड़ी निधि डोगरा और पहलवान कृतिका जम्वाल को दस-दस हजार रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान किए। शिशु लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार करने वाले ग्राम पंचायतों बाहनवी, टिक्कर राजपूतां, ललीण, किटपल, पनोह और काले अंब के जनप्रतिनिधियों, मातृवंदना योजना और अन्य योजनाओं के बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, विभिन्न प्रतियोगिताओं की विजेताओं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया। समारोह में जिला बाल संरक्षण अधिकारी तिलक राज आचार्य, अन्य अधिकारी तथा विभिन्न महिला संगठनों की पदाधिकारी भी उपस्थित रहीं।