जिला बिलासपुर में वार्षिक ऋण योजना 2024-25 की समीक्षा बैठक संपन्न

बिलासपुर 28 मार्च- जिला अग्रणी बैंक, यूको बैंक द्वारा बचत भवन, में वित्तीय वर्ष 2024-25 की वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत दिसंबर 2024 तक की प्रगति और उपलब्धियों की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय समीक्षा समिति (DLRC) एवं जिला समन्वय समिति (DCC) की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता एडीसी डॉ. निधि पटेल (I.A.S.) ने की। बैठक के दौरान जिले में कार्यरत सभी बैंकों द्वारा सरकार की गरीबी उन्मूलन योजनाओं के अंतर्गत हुई प्रगति तथा वार्षिक ऋण योजना 2024-25 के लक्ष्यों और उपलब्धियों की समीक्षा की गई।
उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में बैंकों के लिए वार्षिक ऋण योजना 2024-25 के अंतर्गत अक्टूबर 2024 से दिसंबर 2024 तक की तिमाही में कुल 1035.50 करोड़ रुपये का ऋण वितरण लक्ष्य निर्धारित किया गया था। बैंकों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए तिमाही के अंत तक 1315.27 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए, जिससे कुल लक्ष्य प्राप्ति दर 127.02 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में बैंकों ने 87.48 प्रतिशत की दर से और गैर-प्राथमिकता क्षेत्र में 485.17 प्रतिशत की दर से लक्ष्यों की प्राप्ति की।

उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र के अंतर्गत 349.13 करोड़ रुपये, सूक्ष्म, मध्यम एवं लघु उद्यमों के लिए 402.70 करोड़ रुपये तथा अन्य प्राथमिक क्षेत्र में 64.02 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए।

उन्होंने बताया गया कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत लगातार वृद्धि दर्ज की गई है और वित्तीय वर्ष 2024-25 में दिसंबर 2024 के अंत तक कुल 36,863 किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 31 दिसंबर 2024 तक कुल व्यवसाय 12,312.61 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
उन्होंने सभी बैंकों से अपेक्षा की गई कि वे जिले के आर्थिक विकास में अपनी भूमिका को समझते हुए प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में अधिक ऋण वितरण सुनिश्चित करें, ताकि अधिक से अधिक लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।

इस अवसर पर अग्रणी जिला प्रबंधक, यूको बैंक बिलासपुर, चंद्रशेखर यादव ने ऋण जमा अनुपात, जन धन से जन सुरक्षा अभियान, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना जैसी विभिन्न योजनाओं पर भी विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने समस्त बैंकों से कहा कि वे ऋण जमा अनुपात को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए नए संभावित ऋण क्षेत्रों की पहचान करें और वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करे।

बैठक में प्रबंधक, आरबीआई शिमला,आशीष सांगड़ा, प्रबंधक, आरबीआई शिमला, डीडीएम, नाबार्ड नरेश कुमार, विभिन्न सरकारी विभागों के प्रमुख, बैंक अधिकारी, कार्पोरेशन एवं विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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घुमारवीं में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेले को लेकर उपमंडलाधिकारी गौरव चौधरी ने आज प्रेस वार्ता की

BILASPUR, 28.03.25-घुमारवीं में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेले को लेकर उपमंडलाधिकारी गौरव चौधरी ने आज प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि यह भव्य मेला 5 अप्रैल से शुरू होगा, जिसकी शुरुआत शिव मंदिर घुमारवीं से शोभायात्रा के साथ की जाएगी। इस शोभायात्रा में महिला मंडल, सांस्कृतिक दल और स्थानीय लोग भाग लेंगे और यह यात्रा मेला ग्राउंड तक पहुंचेगी। शोभायात्रा के बाद मेला ग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें पारंपरिक लोक नृत्य, गायन प्रस्तुत किए जाएंगे।

मेले के आयोजन से एक दिन पूर्व 4 अप्रैल को पशु मेले का आयोजन किया जाएगा। इस पशु मेले में प्रदेशभर से पशुपालक भाग लेंगे और अपनी उत्तम नस्ल के पशुओं का प्रदर्शन करेंगे। पशु मेले के दौरान दुग्ध उत्पादन, नस्ल सुधार और पशुपालन से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर बेहतरीन नस्ल के पशुओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा, जिससे पशुपालकों को प्रोत्साहन मिलेगा और पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा।

मेले के दौरान विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा, जिनके माध्यम से जनता को विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी मिलेगी। इसके अलावा, मेले में बेबी शो, बुजुर्ग शो और डॉग शो जैसी विशेष प्रतियोगिताएँ भी होंगी, जिनमें बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए भी कई रोमांचक खेल आयोजनों की योजना बनाई गई है।

मेले के आकर्षणों में से एक संस्कृतिक संध्या होगी, जो 6 अप्रैल से 9 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी। खासतौर पर 6 अप्रैल की संध्या को "नशा मुक्ति" पर केंद्रित किया गया है, जिसमें नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी। यह आयोजन युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेगा और समाज में सकारात्मक संदेश देगा।

मेले में पारंपरिक खेलों को भी बढ़ावा दिया जाएगा और कुश्ती प्रतियोगिता इसका मुख्य आकर्षण होगी। खास बात यह है कि इस कुश्ती प्रतियोगिता में महिला पहलवान भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और खेलों में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहन मिलेगा।

उपमंडल अधिकारी गौरव चौधरी ने बताया कि यह मेला केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह संस्कृति, परंपरा और जागरूकता का संगम होगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से इस मेले में अधिक से अधिक भाग लेने और इसे सफल बनाने में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसे मेले हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने का माध्यम होते हैं और इन्हें पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया जाना चाहिए। इस राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेले का आयोजन 5 अप्रैल से 9 अप्रैल तक किया जाएगा, जिसमें हर वर्ग के लोगों के लिए कुछ न कुछ खास होगा।
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