धर्मशाला, 19 अक्तूबर। राजस्व, बागबानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में जल क्रीड़ा गतिविधियों को बहुआयामी तरीकेे से विस्तार प्रदान कर रही है। इस अभिनव पहल का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना और राज्य के जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है। जल क्रीड़ा आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहन प्रदान करने के सरकार के इस प्रयास से हिमाचल प्रदेश देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरेगा।
शनिवार को खटियाड़ में क्षेत्रीय जल क्रीड़ा केंद्र पोंग बांध का औचिक निरीक्षण करने के उपरांत राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला कांगड़ा के पौंग बांध में साहसिक खेल गतिविधियां शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मतियाल और जसवां- परागपुर विधानसभा क्षेत्र के नंगल चैक क्षेत्र में पौंग बांध में जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मिल गई है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग जून, 2025 तक शिकारा, क्रूज फ्लोटिंग रेस्तरां, हाउस बोट तथा अन्य जल आधारित खेल गतिविधियों का संचालन शुरू करने की योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा कि पौंग बांध में साहसिक खेल गतिविधियों को शुरू करने का उद्देश्य कांगड़ा जिला में पर्यटकों की आमद में बढोतरी करना है। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र राज्य के युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा यह क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटकों के यात्रा अनुभव को अविस्मरणीय बनाने के लिए पर्यटन अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। करेगी।
इस दौरान योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी पठानिया, एसडीएम विश्रुत भारती, वन विभाग के अधिकारी तथा जल क्रीड़ा केंद्र के कर्मचारी भी उपस्थित थे।