देश भर के कलाकार धर्मशाला की दीवारों पर बिखेरंेगे कला के जादू
रिइमेजिन धर्मशाला, दि आर्ट कैंपेन का डीसी ने किया शुभारंभ
धर्मशाला, 20 मार्च 2025। धर्मशाला शहर को और अधिक सुंदर और कलात्मक बनाने के उद्देश्य से आज धर्मशाला के सामुदायिक भवन में उपायुक्त हेमराज बैरवा ने रिइमेजिन धर्मशाला, दि आर्ट कैंपेन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मेयर नीनू शर्मा, उप मेयर, तेजिंदर कौर, नगर निगम धर्मशाला के कमिश्नर जफर इकबाल, ज्वाइंट कमिश्नर सुरेन्द्र कटोच, नगर निगम तथा स्मार्ट सिटी परियोजना के अधिकारी तथा कर्मचारी, वेस्ट वॉरियर्स संस्था से शशांक, निधि, आशना, करण तथा अन्य वेस्ट वॉरियर्स स्वयंसेवी और अन्य संगठनों के अधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से धर्मशाला पूरे देश भर में बेहतर गंतव्य के रूप में उभर रहा है तथा इस शहर को सुंदर तथा स्वच्छ बनाने की दिशा में नगर निगम की ओर से बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिइमेजिन धर्मशाला, दि आर्ट कैंपेन धर्मशाला को और भी सुंदर और आकर्षक बनाने में कारगर साबित होगा।
इस अनूठे अभियान के तहत, देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकार धर्मशाला की दीवारों पर अपनी कला का जादू बिखेरेंगे। नागपुर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों से आए इन कलाकारों का उद्देश्य शहर की दीवारों को कैनवास में बदलकर उन्हें खूबसूरत चित्रों, सांस्कृतिक झलकियों और पर्यावरण संदेशों से सजाना है। इसमें हिमाचली संस्कृति की झलक भी शामिल होगी। इस पहल में धर्मशाला नगर निगम और वेस्ट वॉरियर्स का सहयोग रहेगा, जो इस अभियान को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने में योगदान देंगे।
नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त श्री जफर इकबाल ने कहा कि यह अभियान केवल शहर को सुंदर बनाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें भाग लेने वाले कलाकारों को कला के ब्रांड एंबेसडर के रूप में पहचान भी मिलेगी। उनकी रचनात्मकता न केवल धर्मशाला की दीवारों पर चमकेगी, बल्कि यह कला प्रेमियों और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगी। कार्यक्रम में नगर निगम के अधिकारियों, स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े कर्मचारियों और वेस्ट वॉरियर्स के स्वयंसेवकों ने भी भाग लिया। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए इसे शहर की सुंदरता को बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कदम बताया। इस अभियान के पीछे की सोच है कि हर रंग की अपनी भाषा होती है, हर आकृति के पीछे एक कहानी छिपी होती है। जब कला दीवारों पर उतरती है, तो शहर की आत्मा खिल उठती है!
रिइमेजिन धर्मशाला, दि आर्ट कैंपेन अभियान धर्मशाला को कला और संस्कृति के एक नए स्तर पर ले जाने का प्रयास है, जहां हर दीवार एक नई कहानी कहेगी और हर रंग शहर की आत्मा को दर्शाएगा। यह पहल न केवल शहर की सुंदरता में चार चाँद लगाएगी, बल्कि स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को एक अनूठा मंच भी प्रदान करेगी।
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एंड एड्स और टीबी मुक्त अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं अधिकारी: डीसी
संभावित लोगों को जांच के लिए करें प्रेरित, संक्रमित पाए जाने पर समय से हो उपचार
धर्मशाला, 20 मार्च। एचआईवी एड्स और टीबी के खात्मे के लिए हर संभावित व्यक्ति को जांच के लिए प्रेरित करना और संक्रमित पाए जाने पर सही समय पर उनका उपचार शुरु हो, इसके लिए जिले के अधिकारियों को अधिक सक्रियता से काम करना चाहिए। लघु सचिवालय धर्मशाला के कैबिनेट हॉल में आज बृहस्पतिवार को जिले के आईएएस, एचपीएएस और एचपीपीएस अधिकारियों के लिए एचआईवी/एड्स रोकथाम, कलंक और भेदभाव, एचआईवी/एड्स (रोकथाम और नियंत्रण अधिनियम) 2017 और टीबी मुक्त भारत पर आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यह बात कही। उन्होंने कहा, चूंकि एचआईवी कई सामाजिक-आर्थिक कारकों से प्रेरित है, इसलिए इसके कारण और परिणामों को बताने के लिए केवल स्वास्थ्य हस्तक्षेप ही पर्याप्त नहीं हैं।
उपायुक्त ने कहा कि इसे मुख्यधारा में लाने की आवश्यकता है, साथ ही यह सुनिश्चित हो कि गैर-स्वास्थ्य क्षेत्र के अधिकारी भी एचआईवी और टीबी की रोकथाम और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने में अपनी महती भूमिका निभाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने काम के कारण अपने कार्यक्षेत्र में प्रभावी भूमिका रखते हैं और क्षेत्र के लोग उनके किए गए कार्यों और विचारों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। इसलिए अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में एचआईवी/एड्स और टीबी को लेकर असुरक्षित लोगों की पहचान कर उन्हें जांच के लिए प्रेरित करें। डीसी ने कहा कि टीबी के खिलाफ जंग में हम जीत के बहुत करीब हैं इसलिए इन अंतिम क्षणों में अपनी सक्रियता को बढ़ाकर अधिक जोर लगाने की आवश्यकता है।
हेमराज बैरवा ने एचआईवी/एड्स और टीबी के संदर्भ में कहा कि सही समय में जांच ही सबका बचाव है। उन्होंने कहा कि रोगी के स्वास्थ्य का बिगड़ना और अन्य लोगों को संक्रमण का खतरा तब तक ही है जब तक जांच नही हो जाती। एक बार उपचार शुरु होने के बाद टीबी के संक्रमण की संभावना न के बराबर रह जाती है। उन्होंने कहा कि संक्रमित पाए जाने पर यदि इलाज सही समय में शुरु हो जाता है तो वे लोग स्वस्थ हो सकते हैं, लेकिन यदि पूर्वाग्रहों और संकोच के चलते कोई संभावित व्यक्ति जांच नहीं करवाता तो वे अपने साथ अन्य लोगों की जान भी खतरे में डाल रहा है।
आईसीटीसी केंद्रों में मुफ्त की जाती है जांच: सीएमओ
कार्यशाला की शुरुआत करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने कार्यशाला के लक्ष्यों के बारे सबको अवगत करवाया। डॉ. गुलेरी ने बताया कि एचआईवी की जांच आईसीटीसी केंद्रों में मुफ्त की जाती है और जांच करवाने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट और पहचान गोपनीय रखी जाती है। गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के पहले तीन महीने में एचआईवी जांच करवानी चाहिए ताकि यदि महिला एचआईवी पॉजिटिव हो, तो उसके बच्चे को एचआईवी से बचाया जा सके।
टोल फ्री न. पर कॉल कर ले सकते हैं सहायता
बकौल सीएमओ, एचआईवी/एड्स के लिए सरकार द्वारा निशुल्क हेल्पलाइन न. 1097, टीबी के लिए 1800116666 पर कभी भी संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा किसी प्रकार की मनोवैज्ञानिक परेशानी या अवसाद जैसी स्थिति में भारत सरकार के टेली मानस वेब पोर्टल, मोबाइल ऐप या उनके टोल फ्री नं. 14416 व 18008914416 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि टेली मानस में प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक सहायता के लिए हमेशा उपलब्ध रहते हैं। इसके अलावा एचआईवी/एड्स (प्रिवेंशन एवं कंट्रोल) एक्ट 2017 के तहत एचआईवी/एड्स संबंधित भेदभाव की शिकायत की जा सकती है।
विशेषज्ञों ने किया जिज्ञासाओं का समाधान
कार्यशाला में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के क्षेत्रीय समन्वयक विशाल आचार्य ने एचआईवी/एड्स रोकथाम, कलंक और भेदभाव, एचआईवी/एड्स (रोकथाम और नियंत्रण अधिनियम), 2017 और एचआईवी/एड्स बारे विस्तृत जानकारी साझा की। वहीं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने टीबी संबंधित विषय पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में जिले के अधिकारियों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। साथ ही विशेषज्ञों ने उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
आयुक्त नगर निगम ने किया समापन
कार्यशाला का समापन करते हुए आयुक्त नगर निगम धर्मशाला जफर इकबाल ने कहा कि समाज में आज भी एचआईवी/एड्स और टीबी को लेकर बहुत सी भ्रांतियों हैं। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों से लड़ने के लिए लोग अपने पूर्वाग्रहों को छोड़कर समय से जांच करवाएं और सही उपचार विधि को अपनाएं इसके लिए जनजागरण की बेहद आवश्यकता है। कार्यशाला में एडीसी कांगड़ा विनय कुमार, एएसपी हितेश लखनपाल, सहायक आयुक्त सुभाष गौतम, सहित जिले के सभी एसडीएम उपस्थित रहे।
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लोकनृत्य, लोक कलाओं के सरंक्षण को उठाए जा रहे कारगर कदम: डीसी
गिनीज बुक आॅफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने वाले कलाकार किए सम्मानित
धर्मशाला, 20 मार्च। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला की लोक संस्कृति, लोक गीतों तथा लोकनृत्यों के संवर्धन तथा संरक्षण के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे ताकि युवा पीढ़ी अपनी परंपराओं से रू-ब-रू हो सके। वीरवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में गिनीज बुक आॅफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने वाली टीम का हिस्सा रहे कांगड़ा लोक मंच के 21 कलाकारों को सम्मानित करने के उपरांत उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि संस्कृति के संरक्षण के लिए कांगड़ा सांस्कृतिक परिषद का गठन भी किया गया है, परिषद के सुझावों के आधार पर कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों को भी नवोदित कलाकारों को उचित अवसर प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही कलाओं के संवर्धन के लिए नियमित तौर पर कार्यशालाएं भी आयोजित करने के लिए कहा गया है जिसमें कला एवं संस्कृति के क्षेत्र के विशेषज्ञों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि युवा पीढ़ी को भी विभिन्न विधाओं के बारे में जानकारी हासिल हो सके। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने पुरस्कार हासिल करने वाले सभी प्रतिभागियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अन्य युवाओं को कला तथा संस्कृति से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
इससे पहले कांगड़ा कला मंच की संयोजिका शिवानी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इस बार जयति जय ममं भारतम थीम तय किया गया था तथा इसमें 28 राज्यों तथा चार केंद्र शासित प्रदेशों की कला जत्थाओं ने भाग लिया था जिसमें 195 हिमाचल तथा कांगड़ा जिला से 21 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाकर गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया है। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डा रेखा डढवाल सहित विभिन्न कलाकार उपस्थित थे।