चण्डीगढ़ 22.03.25: सर्वजन सनातन कल्याण समिति एवं महिला मंडल, धनास द्वारा श्रीमद् भागवत महापुराण की द्वितीय दिवस की कथा में परम श्रद्धेय आचार्य कैलाश प्रसाद शास्त्री जी ने माता-पिता गुरु एवं गाय की सेवा करना परम धर्म बताया। हम सभी को गौमाता की सेवा करनी चाहिए। गौ माता में सारे देवताओं एवं सारे तीर्थ का वास है तथा गाय के दूध से गोपाल जी की पूजा होती है और गाय इतनी पवित्र है कि उसका दूध व दूध से बनने वाले मक्खन, घी व खोया आदि उत्पाद तो उपयोगी हैं ही, साथ ही उसका गोमूत्र व गोबर भी अनेक कार्यों में प्रयुक्त होता है। इसलिए प्रत्येक सनातनियों का परम कर्तव्य है कि गौमाता एवं धर्म की रक्षा करें। धर्मो रक्षति रक्षिता जो धर्म की रक्षा करता है धर्म उसकी रक्षा करता है